Friday, August 31, 2018

गम इस कदर मिला की घबरा के पी गये,

गम इस कदर मिला की घबरा के पी गये,
खुशी थोड़ी सी मिली तो मिला के पी गये।
यूँ तो ना थी जन्म से पीने की आदत,
शराब को तन्हा देखा तो तरस खा के पी गये।।

Saturday, August 4, 2018

जिस नगर भी जाओ,

जिस नगर भी जाओ,
किस्से हैं कमबख्त दिल के,
कोई ले के रो रहा है,
कोई दे के रो रहा है।।

ये शाम बहुत तन्हा है मिलने की भी तलब है,

ये शाम बहुत तन्हा है मिलने की भी तलब है,
पर दिल की सदाओं में वो ताकत ही कहाँ है।
कोशिश तो बहुत की और भरोसा भी बहुत था,
मिल जाएँ बिछड़ कर वो किस्मत ही कहाँ है।।

तेरी मोहब्बत तेरी वफ़ा.

तेरी मोहब्बत तेरी वफ़ा.
तेरा इरादा तू जाने.
मैं करता हूँ सिर्फ और सिर्फ तुझसे ही मोहब्बत.
ये केवल मेरा खुदा जाने..

हाल अपना तुम्हें बताना क्या,

हाल अपना तुम्हें बताना क्या,
चीर के दिल तुम्हें दिखाना क्या,
वही रोना है सदा का अब भी,
दास्ताँ फिर वो ही दोहराना क्या,
बेकरारी ही है जुदाई में,
ग़म की बातें तुम्हें सुनना क्या,
मेरी चुप्पी में तेरी मोहब्बत है,
बेवजह होंठों को हिलाना क्या।