Thursday, June 30, 2016

तेरी याद तेरा दर्द तेरा ग़म मुझको गवारा नहीं,

तेरी याद तेरा दर्द तेरा ग़म मुझको गवारा नहीं,
छोड़ देगे ये जहाँ इस मे अब हमारा गुजरा नहीं।
बहुत नचाया है तेरे इश्क मुझे बीच बाज़ार,
अब तेरे इशारे पे बुत की तरहा चलना गवारा नहीं।
दिल हमने दिया तो अहसान भी हमारा हुआ,
मेरी मोहब्बत के हिस्से मे कोई भी कर्ज तुम्हारा नहीं।
जाओ तुम्हें माफ किया दिल की हर फरियाद के लिए,
यू ना मुस्कुराओ ये दर्द का सिलसिला अब दुबारा नहीं।

Wednesday, June 29, 2016

इश्क में किया हर वादा निभाना मुश्किल है,

इश्क में किया हर वादा निभाना मुश्किल है,
कहना तो आसान है पर कर पाना मुश्किल है।
जो भी मर्जी हो करना बस इतना सुन लो,
पा कर खोना आसान है खो कर पाना मुश्किल है।।

Tuesday, June 28, 2016

जाने क्यों बेचैन हो जाते है हम,

जाने क्यों बेचैन हो जाते है हम,
खुद की मायूसियों में खो जाते है हम।
अश्को से भिगोकर तकिये को,
तेरी तस्वीर से लिपटकर सो जाते है हम।।

Saturday, June 25, 2016

कहती है दुनिया जिसे प्यार नशा है खताह है!

कहती है दुनिया जिसे प्यार नशा है खताह है!
हमने भी किया है प्यार इसलिए हमे भी पता है!
मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम!
पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!

Friday, June 24, 2016

उदास हूँ पर तुझसे नाराज नही,

उदास हूँ पर तुझसे नाराज नही,
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नही,
वैसे तो सब कुछ है मेरे पास,
पर तेरे जैसा कोई खास नही !

Saturday, June 18, 2016

Tamanna to dil ki hasrat hai,

Tamanna to dil ki hasrat hai,
Poori ho jaye to hum khushkismat hai,
Na poori ho to gam na karna,
Adhuri rahna to tamannao ki fitrat hai.

Sunday, June 12, 2016

कांटो सी चुभती है तन्हाई!

कांटो सी चुभती है तन्हाई!
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई!
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे!
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई!

Saturday, June 11, 2016

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूँ,

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूँ,
बेवफ़ाई का इलज़ाम है मुझ पर फिर भी गुनगुना रहा हूँ,
क़त्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया,
खफ़ा नहीं उससे फिर भी मैं बस उसका दामन बचा रहा हूँ।

Wednesday, June 8, 2016

उलझी शाम को पाने की ज़िद न कर,

उलझी शाम को पाने की ज़िद न कर,
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न कर,
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है,
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न कर।

Monday, June 6, 2016

Uska wada bhi ajeeb tha,

Uska wada bhi ajeeb tha,
Ki zindgi bhar saath nibhayenge,
Maine bhi ye nahi poocha ki,
Mohabbat ke saath ya yaado ke saath.