Wednesday, July 27, 2016

तेरी याद तेरा दर्द तेरा ग़म मुझको गवारा नहीं,

तेरी याद तेरा दर्द तेरा ग़म मुझको गवारा नहीं,
छोड़ देगे ये जहाँ इस मे अब हमारा गुजरा नहीं।
बहुत नचाया है तेरे इश्क मुझे बीच बाज़ार,
अब तेरे इशारे पे बुत की तरहा चलना गवारा नहीं।
दिल हमने दिया तो अहसान भी हमारा हुआ,
मेरी मोहब्बत के हिस्से मे कोई भी कर्ज तुम्हारा नहीं।
जाओ तुम्हें माफ किया दिल की हर फरियाद के लिए,
यू ना मुस्कुराओ ये दर्द का सिलसिला अब दुबारा नहीं।

Tuesday, July 26, 2016

जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया,

जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया,
आँखों में आंसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया,
एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि हम मिलेंगे ख़्वाबों में,
पर उस रात तो मैं ख़ुशी के मारे सो भी नहीं पाया।

Monday, July 25, 2016

मोहब्बत ने तेरी जंजीरें डाली हैं ऐसी,

मोहब्बत ने तेरी जंजीरें डाली हैं ऐसी,
चुराना भी चाहूं तो चुराया नहीं जाता।
महफ़िल में भी मुझको तन्हाई नज़र आती है,
तेरे बिन ये दिल कहीं और लगाया नहीं जाता।।

Sunday, July 24, 2016

मेरे हांथो में लहू देखकर कातिल मत समझना,

मेरे हांथो में लहू देखकर कातिल मत समझना,
मैंने अपने दिल को हांथों से सहलाया भर है ।
परेशान है तू अपने मुकद्दर से जब इस कदर,
अभी तो अपनी मोहब्बत को जताया भर है।।

Saturday, July 23, 2016

तेरी मोहब्बत की चाह में अब मुझे कुछ याद नहीं,

तेरी मोहब्बत की चाह में अब मुझे कुछ याद नहीं,
खुशियों के तराने गम के फ़साने याद नहीं,
दे सके तू मेरे जज्बात को ताना जिसका,
मुझको तो अपनी ऐसी कोई खता याद नहीं !

Wednesday, July 20, 2016

मत रख हमसे वफा की उम्मीद,

मत रख हमसे वफा की उम्मीद,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।।

Friday, July 15, 2016

मेरे हर वक्त में तुम्हारा बसेरा है,

मेरे हर वक्त में तुम्हारा बसेरा है,
तुम हो तो मानो जिंदगी का सवेरा है।
तुम्हे याद कर जो मुस्कान लबों पर सजती है,
आँखो में अश्क सजा कर खुब मुहब्बत लगती है।
आ तेरे ईश्क का हिसाब कर दूँ मैं,
दूँ इतनी मुहब्बत, तुझे बेहिसाब कर दूँ मैं..!

Tuesday, July 12, 2016

मेरी तन्हाई से अपनी याद समेट कर ले जाओ,

मेरी तन्हाई से अपनी याद समेट कर ले जाओ,
ये काग़ज कलम ये ज़ज्बात समेट कर ले जाओ।
तुम्हारा अब कोई नया बहाना मै नही सुनना चाहता,
पहले के वादो की किताब समेट कर ले जाओ।।

Sunday, July 10, 2016

अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी न सकूँ,

अजनबी ख्वाहिशें सीने में दबा भी न सकूँ,
ऐसे जिद्दी हैं परिंदे के उड़ा भी न सकूँ !
फूँक डालूँगा किसी रोज ये दिल की दुनियाँ,
ये तेरा खत तो नहीं है कि जला भी न सकूँ !

Thursday, July 7, 2016

Na Zidd Hai Na Koi Guroor Hai Hume,

Na Zidd Hai Na Koi Guroor Hai Hume,
Bas Tumhe Pane Ka Suroor Hai Hume,
Ishq Gunah Hai To Galti Ki Hai Humne,
Saza Jo Bhi Ho Manjoor Hai Hume.