Thursday, July 27, 2017

दिल की ये आरजू थी कोई दिलरुबा मिले,

दिल की ये आरजू थी कोई दिलरुबा मिले,
लो बन गया नसीब कि तुम हम से आ मिले,
देखे हमें नसीब से अब अपने क्या मिले,
अब तक तो जो भी मिले बेवफा मिले,
आखों को एक इशारे की ज़हमत तो दीजिये,
कदमों में दिल बिछा दूँ इजाज़त तो दीजिये,
गम को गले लगा लूँ जो गम आप का मिले,
हम ने उदासियों में गुजारी हैं जिंदगी,
लगता हैं डर फरेब-ए-वफ़ा से कभी कभी,
ऐसा न हो के जख्म कोई फिर नया मिले,
कल तुम जुदा हुये थे जहाँ साथ छोड़ कर,
हम आज तक खड़े हैं उसी दिल के मोड़ पर,
हम को इस इंतजार का कुछ तो सिला मिले।

Tuesday, July 25, 2017

कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,

कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,
पर मैं बेईमान नहीं।
मैं सबको अपना मानता हूँ,
सोचता फायदा या नुकसान नहीं।
एक शौक है शान से जीने का,
कोई और मुझमें गुमान नहीं।
छोड़ दूँ बुरे वक़्त में अपनों का साथ,
वैसा तो मैं इंसान नहीं।

Monday, July 24, 2017

यादों ने पास आकर कुछ यूँ गुनगुना दिया,

यादों ने पास आकर कुछ यूँ गुनगुना दिया,
जैसे किसी ने भूला हुआ फसाना सुना दिया।
जाने क्या बात थी उस गुजरे पल में.....,
कि दिल रोया लेकिन चेहरा मुस्कुरा दिया।।

Tuesday, July 11, 2017

परखो तो कोई अपना नही,

परखो तो कोई अपना नही,
समझो तो कोई पराया नहीं,
चेहरे की हंसी से गम को भुला दो,
कम बोलो पर सब कुछ बता दो,
ख़ुद ना रूठो पर सबको हंसा दो,
यही राज है जिन्दगी का...
जियो और जीना सिखा दो।।

Monday, July 10, 2017

जिंदगी में कई उजले सवेरे गए,

जिंदगी में कई उजले सवेरे गए,
फूलों से चुनकर रंग बिखेरे गए,
दस्तूर-ए-जिंदगी से न बच सके मगर,
वक्त की साजिश में हम भी घेरे गए.