Thursday, December 13, 2018

क्यूँ किसी से इतना प्यार हो जाता है,

क्यूँ किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक दिन का भी इंतजार दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते है अपने भी पराए,
जब एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।

Saturday, December 8, 2018

गीत बनूं तेरे होंठों का, गुनगुना ले तू मुझे,

गीत बनूं तेरे होंठों का, गुनगुना ले तू मुझे,
अश्क बनूं तेरी आंखों का, बहा ले तू मुझे,
मुस्कुराहट बनूं लब पे तेरे, खिलखिला ले तू मुझे,
ख्वाब बनूं तेरी आंखों में, सजा ले तू मुझे,
खुशबू बनूं तेरी रूह की, महका दे तू मुझे,
खो जांऊ मैं तुझमें, अपना ले तू मुझे।।

अपनी प्यारी आँखों मे छुपा लो मुझको,

अपनी प्यारी आँखों मे छुपा लो मुझको,
मोहब्बत तुमसे है चुरालो मुझको,
धूप हो या छांव तेरे साथ चलेंगे हम,
यक़ीन ना हो तो आज़मा लो मुझको,
तेरे हर दुख को सह लेंगे हंस के हम,
अपने वजूद की चादर बना लो मुझको,
ज़िंदगी भी तेरे नाम कर दी है हमने,
बस चंद लम्हे सीने से लगा लो मुझको।।