वफ़ा की तलाश करते रहे हम,
बेबफाई में अकेले मरते रहे हम,
नहीं मिला दिल से चाहने वाला,
खुद से ही बेबजह डरते रहे हम,
लुटाने को हम सब कुछ लुटा देते
मुहब्बत में उन पर मिटते रहे हम,
खुद दुखी हो कर खुश उनको रखा,
तन्हाईयों में सांसे भरते रहे हम,
वो बेवफाई हम से करते ही रहे,
हम दिल से उन पर मरते ही रहे।
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